एक बीघा जमीन – सिर्फ एक गाय और एक नीम

Dr. Arun K Sharma

एक हैक्टेयर (100 मीटर x 100 मीटर) भूमि में लगभग 6 बीघा होते है, अक्सर किसान भाई बीघा नाम को ही आधार मानकर खेती की सभी गणनाएं (नाप-तोल) करते है | इसलिये एक बीघा में जितनी खाद व् जैविक कीट नियंत्रक की आवश्यकता होती है उसी की गणना की जाये तो आसानी रहेगी |

एक गाय: वर्ष भर में एक गाय लगभग 3 से 3.5 टन गोबर देती है यदि सिर्फ गोबर से भी खाद बने तो लगभग 2 टन खाद तो बनेगी ही जो की एक बीघा जमीन में यदि तीन फसल या सब्जियों की फसल भी ली जाये तो पर्याप्त है | इसी प्रकार गाय लगभग 1000 लीटर मूत्र पैदा करती है जिसमें से आधा तो खाद या सिंचाई के साथ दे देने के बाद भी 500 लीटर गोमूत्र व् नीम की पत्ती से इतना कीट नियंत्रक बन सकता है की एक बीघा जमीन में वर्ष भर में हर 15 दिन बार लगभग 20 छिडकाव किये जा सकते है |

एक नीम: नीम की पत्त्तियां तो गोमूत्र आधारित कीटनाशक व् भूमि में हरी खाद के रूप में काम आ जाती है साथी ही एक नीम से कम से कम 50-60 किलो निबोली मिलती है जिसका लगभग 10-15 लीटर नीम तेल निकलने के बाद 40 किलो खल को जमीन में मिलाने से पोषक तत्व तो मिलते ही है साथ ही जमीन से पैदा होने वाली फसलों के कीड़े-रोग भी कम हो जाते है |

अतः जैविक खेती को सरल बनाने के लिए प्रतिबीघा जमीन के हिसाब से एक गाय का पालन और एक नीम लगायें तो बाहर से शायद कुछ भी लाने की जरुरत नही पड़ेगी साथ ही मिलेगी नीम की छाया और गाय का शुद्ध दूघ |

साभार: Dr. Arun K Sharma