एक बीघा जमीन – सिर्फ एक गाय और एक नीम

Dr. Arun K Sharma

एक हैक्टेयर (100 मीटर x 100 मीटर) भूमि में लगभग 6 बीघा होते है, अक्सर किसान भाई बीघा नाम को ही आधार मानकर खेती की सभी गणनाएं (नाप-तोल) करते है | इसलिये एक बीघा में जितनी खाद व् जैविक कीट नियंत्रक की आवश्यकता होती है उसी की गणना की जाये तो आसानी रहेगी |

जीवाणु खाद मिट्टी के लिये वरदान

Organic Farming, Organic Fertilizer

(किसान जागरूकता कार्यक्रम में राधा कान्त जी के विचारो के अंश)

पौधों की उचित वृद्धि एवं ज्यादा उपज के लिये नाइट्रोजन, स्फूर, पोटाश तथा अन्य पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है । यह पोषक तत्व रासायनिक खाद द्वारा पौधों को उपलब्ध कराये जाते हैं । मिट्टी में कुछ ऐसे भी सूक्ष्मजीवी जीवाणु है जो पौधों को मिट्टी में डाले गये पोषक तत्वों को उपलब्ध कराने में मदद करते हैं । जब ऐसे जीवाणुओं की संख्या  प्रयोगशाला में बढ़ा कर ठोस माध्यम में मिश्रित कर पैकेट के रूप में किसानों को उपलब्ध कराये जायें तो उसे ''जीवाणु खाद'' कहते हैं ।

हरी खाद के लाभ

  • हरी खाद को मिट्टी में मिलाने से मिट्टी की भौतिक शारीरिक स्थिति में सुधार होता है ।
  • हरी खाद से मृदा उर्वरता की भरपाई होती है
  • न्यूट्रीयन् टअस की उपलब्धता को बढ़ाता है
  • सूक्ष्म जीवाणुओं की गतिविधियों को बढ़ाता है
  • मिट्टी की संरचना में सुधार होने के कारण फसल की जड़ों का फैलाव अच्छा होता है ।
  • हरी खाद के लिए उपयोग किये गये फलीदार पौधे वातावरण से नाइट्रोजन व्यवस्थित करके नोडयूल्ज में जमा करते हैं जिससे भूमि की नाइट्रोजन शक्ति बढ़ती है ।

कीट आर्कषित फसलों या रक्षक फसलों को लगाने का तरीका:-

  • गोभी में हीरक पृष्ठ शलभ के रोकथाम के लिये बोल्ड सरसों को गोभी के प्रत्येक 25 कतारों के बाद 2 कतारों में लगाना।
  • कपास की इल्ली/छेदक के रोकथाम के लिये लोबिया को कपास के प्रत्येक 5 कतारों के बाद 1 कतारों में लगाना।
  • कपास की इल्ली/छेदक के रोकथाम के लिये तंबाकू को कपास के प्रत्येक 20 कतारों के बाद 2 कतारों में लगाना।
  • टमाटर में फल छेदक/निमेटोड के रोकथाम के लिये अफ्रीकन गेंदे को टमाटर के प्रत्येक 14 कतारों के बाद 2 कतारों में लगाना।
  • बैगन में तना व फल छेदक के रोकथाम के लिये धनिया/मेथी को बैगन के प्रत्येक 2 कतारों के बाद 1 कतारों में लगाना ।
Trap Crop

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