फेरोमोन ट्रैप: चना फली भेदक के प्रकोप के पूर्वज्ञान की विधि
Submitted by Ashok Kumar on 15 April 2016 - 10:45amचना फली भेदक चना की फसल को सर्वाधिक क्षति पहुँचाने वाला कीट है। यह चना की फसल में अक्टूबर ऐ मार्च तक पाया जाता है। अक्टूबर से दिसम्बर के महीनो में चना फली भेदक की सुंडी चना की पत्तियों को खाकर नुकसान पहुंचाती है। फरवरी से मार्च के महीनों में यह सुंडी चना की फलियों के दानो को खाकर फसल को क्षति पहुँचाती है। प्राय: किसान चना फलीभेदक का प्रकोप उस समय समझ पाते है जब सुंडी बड़ी होकर चना की फसल को 5-7 प्रतिशत तक नुकसान पहुंचा चुकी होती है। इसके फलस्वरूप इस अवस्था में चना फली भेदक की सुंडी को नियंत्रण कर पाना काफी कठिन एवं महंगा होता है जिससे किसानो को आर्थिक क्षति होती है।