बिना प्रमाणीकरण के भी जैविक खेती के उत्पादों का अच्छा मूल्य मिलना संभव
Submitted by Ashok Kumar on 16 May 2016 - 9:57amप्रमाणीकरण उपभोक्ताओं को दिलाया जाने वाला लिखित विश्वाश है जिसके आधार पर उपभोक्ता बिना उत्पादक से सीधा संपर्क किये यह विश्वाश कर सकता है की वो जो उत्पाद खरीद रहा है उसका उत्पादन जैविक खेती के मानकों के अनुसार ही हुआ है। यह लिखित विश्वाश उन उपभोक्ताओं और आयतकों के लिए उपयोगी है जो दूसरे देशों में रहते है और हमारे देश में आकर उत्पादन को देख पाना व्यवहारिक नही है। अतः निर्यात के लिए बनाये गए उत्पादों का प्रमाणीकरण एक आवश्यकता हो सकती है किन्तु हमारे देश के एक अरब से भी ज्यादा उपभोक्ताओं को बिना प्रमाणीकरण के भी विश्वाश पैदा किया जा सकता है (उत्पाद के पैकेट पर बिना प्रमाणीकरण के "100 प्रतिशत जै